#ASIC (हिन्दी)
ASIC (Application Specific Integrated Circuit) एक प्रकार का इंटीग्रेटेड सर्किट है जिसे विशेष अनुप्रयोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सामान्य उद्देश्य वाले इंटीग्रेटेड सर्किट (General-Purpose Integrated Circuits) से भिन्न है, जो किसी भी प्रकार के कार्य करने में सक्षम होते हैं। ASICs को उनकी विशिष्ट कार्यक्षमता के लिए अनुकूलित किया जाता है, जैसे कि गति, ऊर्जा दक्षता और आकार।
ASICs का विकास 1980 के दशक में हुआ, जब VLSI (Very Large Scale Integration) प्रौद्योगिकी ने कई ट्रांजिस्टरों को एक चिप पर एकीकृत करने की अनुमति दी। प्रारंभ में, ASICs को मास्क-प्रोग्रामेबल लॉजिक डिवाइस (Mask Programmable Logic Devices) के रूप में विकसित किया गया था। समय के साथ, तकनीकी प्रगति ने चिप डिज़ाइन में सुधार किया, जिससे ASICs की लागत में कमी और प्रदर्शन में सुधार हुआ।
1990 के दशक में, ASICs में FPGA (Field Programmable Gate Arrays) की तुलना में अधिक प्रदर्शन और दक्षता प्रदान करने की क्षमता थी। आजकल, ASICs 5nm और इससे छोटे तकनीकी नोड्स पर निर्मित होते हैं, जो प्रदर्शन और डेंसिटी में सुधार लाते हैं।
5nm प्रक्रिया तकनीक, जो कि मौजूदा 7nm और 10nm नोड्स की तुलना में अधिक उन्नत है, ASICs के लिए उच्चतम घनत्व और ऊर्जा दक्षता प्रदान करती है। इसके परिणामस्वरूप, उच्चतम प्रदर्शन वाले उपकरणों का निर्माण संभव होता है।
GAA FET (Gate-All-Around Field Effect Transistor) एक उभरती हुई तकनीक है जो ASICs के डिजाइन में क्रांति ला सकती है। यह ट्रांजिस्टरों की ऊर्जा दक्षता में सुधार करता है और छोटे नोड्स पर बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करता है।
EUV (Extreme Ultraviolet) Lithography एक नई तकनीक है जो चिप निर्माण में उपयोग की जाती है। यह छोटी संरचनाओं को बनाने में सक्षम है और ASICs की उत्पादन प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाती है।
ASICs का उपयोग AI में तेजी से बढ़ रहा है; विशेष रूप से, Google का TPU (Tensor Processing Unit) एक उत्कृष्ट उदाहरण है। ये ASICs गति और ऊर्जा दक्षता के लिए अनुकूलित होते हैं, जिससे मशीन लर्निंग कार्यों में सुधार होता है।
ASICs का उपयोग नेटवर्किंग उपकरणों जैसे राउटर्स और स्विचों में किया जाता है। उच्च गति डेटा ट्रांसफर और पैकेट प्रोसेसिंग के लिए ये अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
कंप्यूटर हार्डवेयर में, ASICs का उपयोग सर्वर और डाटा सेंटर्स में किया जाता है, जहां उन्हें गणना की गति और दक्षता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
ऑटोमोटिव उद्योग में भी ASICs की आवश्यकता बढ़ रही है, विशेष रूप से स्वायत्त वाहनों और उन्नत ड्राइवर सहायता प्रणालियों (ADAS) में।
वर्तमान में ASIC अनुसंधान में कई दिशा-निर्देश हैं, जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं:
यह लेख ASIC के विभिन्न पहलुओं को कवर करता है और पाठकों को इस क्षेत्र में गहराई से समझ प्रदान करता है। ASIC तकनीक के विकास और अनुप्रयोगों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, उपर्युक्त संदर्भों और संगठनों का अध्ययन करना फायदेमंद होगा।